बीबीएमबी से सालों बाद वापस ली 45 बीघा जमीन

बीबीएमबी से सालों बाद वापस ली 45 बीघा जमीन

मंडी
एनडीआरएफ बटालियन को आवासीय सुविधा देने के लिए हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला प्रशासन ने सुंदरनगर के सलापड़ में बीबीएमबी के कब्जे वाली वर्षों से खाली पड़ी 45 बीघा भूमि के अधिग्रहण को लेकर आदेश जारी किए हैं। वर्षों से हिमाचल की यह जमीन बीबीएमबी के पास थी। यहां अवैध कब्जे भी होने लगे थे। जमीन के वापस मिलने के बाद अब प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार प्रशासन ने एनडीआरएफ बटालियन को आवासीय सुविधा देने की कवायद शुरू कर दी है।

जिससे पांच जिलों में आपदा के समय बटालियन की आवाजाही आसानी से हो सकेगी।  वर्तमान में एनडीआरएफ की बटालियन मंडी-पठानकोट एनएच पर पधर स्थित ट्राइबल आवास में है। यहां एक हजार से अधिक बटालियन के जवान रुके हैं। सुंदरनगर में शिफ्ट होने के बाद बटालियन आसानी से मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, कुल्लू और लाहौल-स्पीति के लिए रवाना हो सकेंगी। प्रदेश सरकार ने एनडीआरएफ की बटालियन के लिए बैहना में जमीन चिन्हित की है, जिसे लेकर एफसीए स्वीकृति की प्रक्रिया चल रही है। इसमें अभी कुछ समय लग सकता है।

ऐसे में मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को एनडीआरएफ की आवासीय जरूरतों के लिए फौरी तौर पर उपयुक्त भूमि मुहैया करवाने के निर्देश दिए थे। एनडीआरफ बटालियन 14वीं वाहिनी का स्थायी हेड क्वार्टर भी मंडी में प्रस्तावित होना है। प्रदेश में एनडीआरएफ की तीन समर्पित यूनिट स्थापित की जा रही हैं। ये आपदा के समय रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देंगी। यूनिट रामपुर, नूरपुर (जाच्छ) और बद्दी बरोटीवाला में स्थापित की जाएंगी। वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में एनडीआरएफ बटालियन की 7वीं वाहिनी भटिंडा परिचालन का कार्य संभाल रही है। डीसी अरिंदम चौधरी ने आदेश जारी करने की पुष्टि की है।

Related posts